सिद्धार्थ नगर।
माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज ने रेफर कम करने को रणनीति बनाई है। अब केसों को रेफर करने पर कारण बताना होगा। हर रेफर केस पर परामर्शदाता को हस्ताक्षर करना होगा, इसके बाद ही अन्यत्र अस्पताल ले जा सकेंगे।इसके बाद हर माह रेफर केसों की समीक्षा की जाएगी। इसमें रेफरल कम करने का खाका तैयार होगा, ताकि उपचाराधीन मरीज को अन्यत्र जाकर परेशान न होना पड़े। मेडिकल कॉलेज के उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मो.नौशाद आलम ने बताया कि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिले, इसके लिए व्यवस्थाओं को बेहतर करने की रणनीति तैयार की गई है। मेडिकल कॉलेज से हर केस रेफर न हो, बल्कि यहीं पर बेहतर सुविधाएं मिल सके और मरीज स्वस्थ हो इसे ध्यान में रखते हुए केसों की समीक्षा की जाएगी। इस दौरान केस को रेफर करने का कारण जाना जाएगा, ताकि रेफर को कम किया जा सके। इसके अलावा प्रत्येक रेफरल केसों पर संबंधित परामर्शदाता का हस्ताक्षर होना सुनिश्चित किया जाएगा।उप चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि ओपीडी में आभा कार्ड अनिवार्य हो गया है। मरीजों-तीमारदारों को राहत देने के लिए आभा कार्ड रजिस्ट्रेशन हेतु चार नए काउंटर बनाए जाएंगे। इसमें दो काउंटर पुराने ओपीडी के पास, एक काउंटर एमसीएच विंग में व एक काउंटर 300 शैय्या चिकित्सालय में बनाया जाएगा। आभा कार्ड से ओपीडी में रजिट्रेशन 100 फीसदी सुनिश्चित करने की योजना है।
मेडिकल कॉलेज में मरीजों-तीमारदारों को मिलने वाली सुविधाओं को बेहतर करने का प्लान तैयार किया गया है। मातृ-शिशु मृत्यु समेत अन्य मृत्यु के कम करने के लिए ऑडिट किया जाएगा। जिसमें मौत का कारण जानकर मृत्यु को रोकने की दिशा में काम किया जाएगा।